आज कल आप किसी से भी बात करें, एक चीज बहुत कॉमन है कि किसी को ये हेल्थ इशू है, किसी को वो हेल्थ इशू है। इससे ये होता है, उससे वो होता है। ऐसी ही एक चीज है जिसके बारे में सुनकर बहुत डर लगता है, लेकिन समझ में नहीं आता कि ये क्या है और इससे कैसे डील की जाये? इस चीज का नाम Brain Hemorrhage है।
मस्तिष्क आघात और दिमाग की नस फटने को ब्रेन हेमरेज कहा जाता है। यह दिमाग से जुड़ी एक खतरनाक बीमारी है, जिससे दुनिया भर में हर साल लाखों लोग मौत का शिकार बनते हैं। इस बीमारी में बहुत से लोगों को लकवा हो जाता है और बहुत से लोगों की मौत भी हो जाती है।
ऐसे में आपको भी इस बीमारी के बारे में जानकारी होनी चाहिए, ताकि इसके कारण और लक्षण को पहचाना जा सके और समय रहते बचाव के उपाय किये जा सकें। इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको Brain Hemorrhage से जुड़ी जरुरी जानकारियां देने वाले हैं। इसीलिए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें, तो चलिए शुरू करतें हैं।
1. Brain Hemorrhage क्या है?
ब्रेन हेमरेज एक तरह का स्ट्रोक होता है जो ब्रेन में आर्टरी यानि धमनी के फटने से होता है। ऐसा होने पर आस-पास के टिश्यू में ब्लीडिंग हो जाती है और ब्रेन हेमरेज से होने वाली यह ब्लीडिंग, ब्रेन सेल्स को डिस्ट्रॉय कर देती है।
2. Brain Hemorrhage किन कारणों से होता है?
1. हाई ब्लड प्रेसर
भले ही हम हाई ब्लड प्रेसर को एक नार्मल हेल्थ प्रॉब्लम समझने लगें हो, लेकिन छोटी सी दिखने वाली यह हेल्थ प्रॉब्लम Brain Hemorrhage का कारण बन सकती है क्योंकि हाई बीपी लम्बे टाइम तक रहता है तो यह ब्लड वेसल्स को कमजोर बना सकता है। ऐसे में एक हाई बीपी के मरीज को हमेशा ब्रेन हेमरेज का खतरा बना रहता है।
2. ब्रेन ट्यूमर
कई बार ब्रेन ट्यूमर भी Brain Hemorrhage का कारण बन जाता है। ब्रेन ट्यूमर ब्रेन में अनियंत्रित सेल्स का संग्रह होता है। सिर में लगने वाली चोट की बात करें तो अचानक बड़ी और गहरी चोट का लगना भी ब्रेन हेमरेज का कारण बन सकता है। पचास साल से कम उम्र के लोगों में इस तरह के ब्रेन हेमरेज होने के चांस ज्यादा होते हैं।
3. अनुरिस्म
ब्रेन हेमरेज में आर्टरी का बहरी हिस्सा कमजोर होने से आर्टरी में सूजन आने लगती है, जिसे अनुरिस्म कहा जाता है। आर्टरी की सूजन के कारण आर्टरी फट सकती है, जिससे ब्लीडिंग हो सकती है और ऐसे में Brain Hemorrhage होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
4. एमीलॉईड एनजीओपैथी
एमीलॉईड एनजीओपैथी की बात करें तो इस प्रॉब्लम में ब्लड वेसल्स में बहुत ज्यादा प्रोटीन जमा होना शुरू हो जाता है जो Brain Hemorrhage की ओर भी ले जा सकता है।
3. Brain Hemorrhage के लक्षण क्या हैं?
ब्रेन हेमरेज होने पर इसके लक्षण या तो अचानक दिखाई देने लग जाते हैं या फिर धीरे-धीरे बढ़ते जाते हैं। ब्रेन हेमरेज के लक्षण क्या होंगे? यह इस बात पर निर्भर करता है कि ब्लीडिंग ब्रेन के किस हिस्से में हुई है और कितनी ज्यादा हुई है और उसने कितने टिश्यू को खत्म कर दिया है?
ब्रेन हेमरेज के यह लक्षण हो सकते हैं।
- सिर में अचानक तेज दर्द होना,
- सुस्ती फील होना,
- मुँह से कुछ भी निगलने में प्रॉब्लम होना,
- बोलने और समझने में परेशानी महसूस होना,
- बॉडी का कोई पार्ट्स सुन्न हो जाना,
- बॉडी पार्ट्स में समन्वय ना होना, सिर चकराना, जिससे खड़े होने और बैठने में दिक्कत होना,
- ऑय साइड में बदलाव होना और लिखने-पढ़ने में प्रॉब्लम होना,
यह सारी चीजें हो सकती है। ऐसे लक्षण दिखने पर Brain Hemorrhage की सम्भावना हो सकती है। इसलिए डॉक्टर से तुरंत मिलें।
4. ब्रेन हेमरेज कितने प्रकार का होता है?
ब्रेन हेमरेज के लक्षण जानने के बाद हमारे लिए ये जानना भी जरूरी है कि Brain Hemorrhage कितने टाइप के होते है। तो आईये इसके टाइप के बारे में जानते हैं।
१. Intracerebral Hemorrhage
ब्रेन हेमरेज के इस प्रकार में ब्रेन के अंदर ब्लीडिंग होती है।
२. Subarachnoid Hemorrhage
इस तरह के ब्रेन हेमरेज में ब्रेन और उसे सुरक्षित रखने वाली मेमोरिन के बीच में ब्लीडिंग शुरू होती है।
३. Subdural Hemorrhage
ब्रेन और रीढ़ की हड्डी के आस-पास पाई जाने वाली मेमोरिन को Dura कहते है। जब Dura की निचली सतह और दिमाग के ऊपरी हिस्से में ब्लीडिंग होती है, तो इसे Subdural Hemorrhage कहा जाता है।
४. Epidural hemorrhage
जब ब्रेन और खोपड़ी के बीच ब्लीडिंग होती है तो इसे Epidural Hemorrhage कहा जाता है।
5. ब्रेन हेमरेज से बचने के लिए क्या-क्या किया जा सकता है?
ब्रेन हेमरेज के खतरे को कम करने के लिए बहुत सी कोशिशें की जा सकती है। आइए उनके बारे में जानते हैं।
१. हाई बीपी की प्रॉब्लम को बढ़ने ना दें क्योंकि ब्रेन हेमरेज के बहुत से केसेस में हाई ब्लड प्रेसर ही Brain Hemorrhage का कारण बना है। इसलिए इसे समय रहते ही ठीक कर लेना ही बेहतर होगा। इसके लिए हाई बीपी की मेडिसिन लेने के साथ-साथ, स्ट्रेस फ्री और हेल्थी लाइफ स्टाइल अपनाना बहुत ही जरुरी है।
२. सिर पर अचानक लगने वाली चोट से आप निश्चित रूप से तो ही नहीं बच सकते, लेकिन अपने सिर का ख्याल रखकर इस खतरे को कम कर सकते हैं, जैसे कि टु व्हीलर पर हेल्मेट लगाने की आदत डालें जो कभी अचानक से होने वाले एक्सीडेंट में सिर पर गहरी चोट लगने से बचाएगी।
३. सिगरेट और ड्रग्स लेने वाले लोगों के दिमाग की नस बहुत कमजोर हो जाती है। इस लिए अगर ब्रेन हेमरेज से बचना है, तो इन चीजों को बाय-बाय करने की सख्त जरुरत है।
6. ब्रेन हेमरेज का डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट क्या हैं?
ब्रेन हेमरेज के जिन लक्षणों की हमने बात की है, उनमे से कई लक्षण दिखने पर डॉक्टर Brain Hemorrhage का डायग्नोसिस करवा सकते हैं क्योंकि इसका पता बहार से शरीर को देख कर बिलकुल भी नहीं लगाया जा सकता। डॉक्टर के द्वारा रेडियोलोजी करवाई जा सकती है, जिसमे सिटीस्कैन और MRI जैसे टेस्ट होते हैं, जिससे पता चलता कि अगर Brain Hemorrhage है, तो Brain के किस हिस्से से ब्लीडिंग हुई है?
कई बार स्पाइनल टैब टेस्ट भी किया जाता है जो यह कन्फर्म करता है कि मरीज को ब्रेन हेमरेज है या नहीं। इस टेस्ट में रीढ़ की हड्डी में एक सुई डालकर एक तरल पदार्थ को निकला जाता है, जिसका टेस्ट करने से ब्लीडिंग के बारे में कन्फर्म इनफार्मेशन मिल जाती है।
ब्रेन हेमरेज कन्फर्म हो जाने के बाद मरीज की फिजिकल कंडीशन और ब्रेन हेमरेज की कंडीशन को देखते हुए इलाज किया जाता है, जिसमे कई बार मेडिसिन से भी राहत दी जाती है और जरुरत के अनुसार सर्जरी भी की जाती है। ब्रेन हेमरेज के इलाज के बाद रिकबरी को आसान बनाने के लिए फिजिओथेरेपी, स्पीच थेरेपी और ऑक्यूपेशनल थेरेपी की मदद भी ली जाती है।
महत्त्वपूर्ण लिंक इन्हे भी पढ़ें।
- WHO क्या है?
- ब्लैक फंगस क्या है?
- कोविड-19 क्या है?
- कोरोना वायरस क्या है?
Conclusion
तनाव के बारे में अगर आप कुछ कर सकते हैं तो सोचिये आज और अभी से क्या कर सकते है? क्योंकि तनाव बहुत ही कॉमन रीजन है बहुत सारी प्रॉब्लम का, बहुत सारे हेल्थ इशू का। मुझे पता है कि आप तनाव लेना नहीं छोड़ सकते हैं क्योंकि तनाव तो कभी भी आ जाता है और तुरंत आ जाता है जैसे कि लाइट चली गई लो हो गया तनाव, अब क्या करें?
कोई बात नहीं आप तनाव को छोड़ नहीं सकते, लेकिन इसे कैसे हैंडल करना है? यह तो सोच ही सकते हैं। रखिये अपना बहुत सारा ध्यान, एक्सरसाइज करते रहिये, योगा करते रहिये, शेयरिंग करते रहिये, बातों को दिल में दबा कर मत रखिये और इसी के साथ खुश रहिये और मुस्कुराते रहिये।
दोस्तों, इस आर्टिकल के जरिये Brain Hemorrhage से जुड़ी सारी जरुरी जानकारी अब आप प्राप्त कर चुके हैं। ब्रेन हेमरेज से बचने के तरीके भी अब आप जान चुके हैं। इसलिए इस बीमारी से अपना और अपनों का बचाव कीजिये।
अलीबाबा को उम्मीद है कि यह आर्टिकल आपको-आपकी हेल्थ के प्रति जागरूक करने में काफी मददगार साबित होगा। यह जानकारी आपको कैसी लगी? कमेंट बॉक्स में लिखकर अपनी राय का इजहार जरूर करें। आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करे, शुक्रिया। Google