KVS Principal Kaise Bane?

दोस्तों, आज का यह आर्टिकल KVS में Principal बनने के ऊपर आधारित है। KVS का पूरा नाम “केंद्रीय विद्यालय संगठन” है। यह इंडिया में सेंट्रल गवर्नमेंट के स्कूल्स का एक सिस्टम है, जिसमे 1245 स्कूल शामिल है। इसके अलावा 3 केंद्रीय विद्यालय इंडिया के बाहर भी हैं जो काठमांडू, मास्को और तेहरान में हैं। इनका पर्पज इंडियन एम्बेसी स्टाफ और गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के बाकी प्रवासी एम्प्लाइज के बच्चों को एजुकेशन देना है।

KVS इंडिया के लार्जेस्ट चेन्स ऑफ स्कूल में शामिल है। यह Government of India की Ministry of Human Resource Development (MHRD) डिपार्टमेंट के अंडर एक ऑटोनोमस आर्गेनाइजेशन है और सभी के. वी. स्कूल CBSC यानि Central Board of Secondary Education से एफिलिएटेड हैं।

चाहे स्टूडेंट्स हों या टीचर्स। सभी इस स्कूल का हिस्सा बनना चाहते हैं और अगर बात प्रिंसिपल बनने की हो तो आप समझ ही जाइये कि इस पोजीशन पर ढेर सारी फैसिलिटीज और बहुत सारी रेस्पोंसबिलिटीज आपके लिए तैयार मिलेगी। ऐसे में अगर आप सेंट्रल स्कूल या KVS में Principal बनने का प्रोसीजर जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें क्योंकि इसमें हम आपको KVS में Principal बनने से रिलेटेड सारी जरुरी जानकारियां देने वाले हैं। तो चलिए शुरू करते हैं।

#1. KVS में Principal बनने का प्रोसीजर क्या है?

नोट – KVS में जॉब लोकेशन All over India होती है और ये एग्जाम केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा कंडक्ट किया जाता है।

1. एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया,

केंद्रीय विद्यालय संगठन यानि KVS में Principal बनने के लिए आपके पास रिकॉग्नाइज्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर्स की डिग्री होनी चाहिए, जिसमे मिनिमम एग्रीगेट मार्क्स 45% होने जरुरी हैं। इसके साथ आपके पास बी.एड या इसके जैसी कोई डिग्री भी होनी चाहिए।

2. रिक्वायर्ड एक्सपीरियंस,

KVS में प्रिंसिपल बनने के लिए कैंडिडेट को नीचे बताई गई 4 कंडीशंस में से किसी 1 को फुलफिल करना ही होगा।

1. ऐसा कैंडिडेट एलिजिबल होगा जो सेंट्रल या स्टेट गवर्नमेंट या फिर सेंट्रल या स्टेट गवर्नमेंट की ऑटोनोमस आर्गेनाइजेशंस में Pay Level 12 में प्रिंसिपल की पोस्ट पर रहा हो।

2. ऐसा कैंडिडेट जो सेंट्रल या स्टेट गवर्नमेंट या फिर सेंट्रल या स्टेट गवर्नमेंट की ऑटोनोमस आर्गेनाइजेशंस में Pay Level 10 में वाईस प्रिंसिपल या असिस्टेंट एजुकेशन ऑफिसर रहा हो। इसके साथ कम्बाइंड सर्विस में 5 साल PGT और 2 साल वाईस प्रिंसिपल भी रहा हो।

3. ऐसा कैंडिडेट जो सेंट्रल या स्टेट गवर्नमेंट या फिर सेंट्रल या स्टेट गवर्नमेंट की ऑटोनोमस आर्गेनाइजेशंस में Pay Level 8 में पीजीटी लेक्चरर रहा हो और उसकी कम से कम 8 साल की रेगुलर सर्विस भी रही हो।

4. ऐसा कैंडिडेट जो 15 साल की कम्बाइंड रेगुलर सर्विस में Pay Level 7 में TGT के तौर पर रहा हो और Pay Level 8 में PGT के रूप में रहा हो। इसमें PGT के 3 साल होने जरुरी हैं। इसके अलावा कैंडिडेट को कंप्यूटर एप्लीकेशन की नॉलेज भी होनी चाहिए।

3. ऐज लिमिट,

जहाँ तक ऐज लिमिट की बात है तो KVS Principal की पोस्ट के लिए मिनिमम 35 साल और मैक्सिमम 50 साल ऐज हो सकती है। SC/ST और अन्य कैंडिडेट्स को ऐज रिलैक्सेशन भी मिलता है। जिसमे SC/ST कैंडिडेट्स को 5 साल ऐज रिलैक्सेशन मिल सकता है। OBC कैंडिडेट्स को 3 साल का और इनके अलावा PWD कैंडिडेट्स और एक्स-सर्विसमैन को भी ऐज रिलैक्सेशन मिलता है और केवीएस एम्प्लाइज के लिए कोई ऐज लिमिट नही रखी जाती है।

यहाँ पर आपको ये भी पता होना चाहिए कि KVS की बाकी टीचिंग पोस्ट के लिए हर केटेगरी की वूमेन कैंडिडेट्स को 10 साल तक का ऐज रिलैक्सेशन मिल सकता है, लेकिन प्रिंसिपल और वाईस प्रिंसिपल की पोस्ट के लिए ये ऐज रिलैक्सेशन अप्लाई नही होता है।

4. रिक्वायर्ड स्किल्स,

KVS में Principal बनने के लिए आपको क्राइटेरिया तो मैच करना ही होगा। इसके अलावा आप में नीचे बताई गई स्किल्स भी होनी चाहिए।

  • Excellent Communication Skills
  • Organizational and Time Management Skills
  • Leadership and Supervisory Skills
  • Team Working Ability
  • Analytical Mind and Creative Approach

5. एग्जाम पैटर्न,

इस एग्जाम के लिए आपको ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म फिल करना होगा,जबकि ये एग्जाम ऑफलाइन होता है। इस एग्जाम का मीडियम हिंदी और English होता है। इसकी ड्यूरेशन 150 मिनट्स होती है और इसमें टोटल 150 क्वेश्चन पूछे जाते हैं जो ऑब्जेक्टिव टाइप मल्टीप्ल चॉइस क्वेश्चन होते हैं। इसमें निगेटिव मार्किंग नही होती है और इस पेपर के 4 पार्ट्स होते हैं।

पार्ट: 1 इसमें हिन्दी और इंग्लिश लैंग्वेज के 10-10 क्वेश्चन पूछे जाते हैं और उनके मार्क्स भी 10-10 ही होते हैं क्योंकि 1 क्वेश्चन का 1 मार्क यानि टोटल 20 मार्क्स।

Part: 2 इसमें जनरल नॉलेज और करंट अफेयर्स के 10 क्वेश्चन, रीजनिंग एबिलिटी के 10 क्वेश्चन और कंप्यूटर लिटरेसी के 10 क्वेश्चन आते हैं, यानी कि ये पार्ट 30 मार्क्स कवर करता है।

Part: 3 इसमें चाइल्ड डेवलपमेंट एंड पेडागोजी के 10 क्वेश्चन, पर्सपेक्टिव्स इन एजुकेशन एंड स्कूल्स ऑर्गनाइजेशन्स के 10 क्वेश्चन, टीचिंग माइथोलॉजी के 10 क्वेश्चन, इंक्लूसिव एजुकेशन के 5 क्वेश्चन, असेसमेंट लर्निंग के 10 क्वेश्चन और एजुकेशन टेक्नोलॉजी के 5 क्वेश्चन होते हैं। इस तरह से ये पार्ट 50 मार्क्स कवर करता है।

पार्ट: 4 इस पार्ट में अड्मिनिट्रेशन एंड फाइनेंस के 50 क्वेश्चन होते हैं जोकि 50 मार्क्स कवर करते हैं।

इस तरह से ये चारों पार्ट्स मिल करके 150 मार्क्स के 150 क्वेश्चन कवर करते हैं जिसमे पार्ट 1 के 20 मार्क्स, पार्ट 2 के 30 मार्क्स, पार्ट 3 के 50 मार्क्स और पार्ट 4 के 50 मार्क्स शामिल हैं।

6. इंटरव्यू प्रक्रिया,

इस एग्जाम को क्लियर करने वाले कैंडिडेट्स का इंटरव्यू होता है। जिसके 60 मार्क्स होते हैं और फाइनल मेरिट लिस्ट कैंडिडेट के रिटेन टेस्ट और इंटरव्यू परफॉर्मेंस पर बेस्ड होती है। इनका Ratio यानि अनुपात 85:15 होता है।

#2. प्रिंसिपल की पावर और जिम्मेदारियां क्या-क्या हैं?

एक प्रिंसिपल को स्कूल के एडमिनिस्ट्रेटिव हेड की तरह काम करना होता है। सब स्टाफ, पोस्ट पर अपॉइंटमेंट करना, एम्प्लाइज के प्रोग्रेशन अप्रूव करना और क्राइम कन्फ़र्मेशन करना भी प्रिंसिपल की ड्यूटी होती है। पार्ट टाइम और कॉन्ट्रैक्चुअल बेसेस पर आये PRT/TGT और PGT स्टाफ को सब्जेक्ट वाईस इंस्ट्रक्शन दे करके इंगेज करना, संगठन की पॉलिसीज और इंस्ट्रक्शन को इम्प्लीमेंट करना और विद्यालय का हैल्थी डेवलपमेंट करना, एकाउंट्स और स्कूल रिकार्ड्स की प्रॉपर मेंटेनेंस रखना, विधालय में होने वाले एडमिशंस, टीचर, ड्यूटीज, नेसेसरी ड्यूटीज जैसे सारे जरूरी प्रोसीजर्स के लिए प्रिंसिपल ही जिम्मेदार होता है।

#3. KVS Principal की सैलरी कितनी होती है?

KVS Principal की बेसिक सैलरी 78,800/- रूपये होती हैं। जिसमे HRA, DA और TA भी मिलता है। जिससे टोटल सैलरी 1,10,932/- रूपये पर मंथ हो जाती है।

अन्य जानकारी

DATA साइंटिस्ट कैसे बने?

DRDO साइंटिस्ट कैसे बने?

डॉक्टर कैसे बने?

वैज्ञानिक कैसे बने?

बैंक मैनेजर कैसे बने?

जेनेटिक साइंटिस्ट कैसे बने?

#4. निष्कर्ष (Conclusion)

दोस्तों, इस आर्टिकल के जरिये अब आप KVS में Principal बनने का प्रोसेस तो समझ ही गए होंगे जिसमे Eligibility Criteria, Age Limit, Exam Pattern और Salary जैसी सारी जानकारियां शामिल हैं और इस जानकारी के आधार पर आप ये भी जान ही गए होंगे कि आपको पहले रिक्वायर्ड एक्सपीरियंस गेन करना होगा, उसके बाद आप KVS में Principal बनने के प्रोसेस में आगे बढ़ सकेंगे और इसकी शुरुआत होगी आपकी एजुकेशन कम्पलीट करने के साथ यानी कि मास्टर्स डिग्री और बी.एड से। इसीलिए अभी से सही ट्रैक पकड़ लीजिये और आर्टिकल में बताये गए क्राइटेरिया पर स्टेप बाई स्टेप चलते हुए खरे उतर जाइये ताकि KVS में Principal की पोस्ट तक पहुँचने में आपको कोई भी प्रॉब्लम न आये। आप इसकी ऑफिसियल वेबसाइट www.kvsangathan.nic.in से डिटेल इन्फॉर्मेशन भी ले सकते हैं।

इस आर्टिकल के बारे में आपका क्या कहना है? ये जानकारी आपको कैसा लगा? कमेंट बॉक्स में लिखकर अपनी प्रतक्रिया जरूर दें। जानकारी अच्छी लगी हो तो इस आर्टिकल को अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें, शुक्रिया। Google

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *