RAM Kaise Work Karta Hai?

अलीबाबा, समय-समय पर आपके लिए टेक्नोलॉजी से रिलेटेड ऐसे आर्टिकल्स लाते रहते हैं, जिससे आपको एक ही जगह पर सारी जानकारी मिल जाय। RAM (रेम) क्या है? इस पर हम पहले एक आर्टिकल लिख चुके हैं, जिसमें हमने आपको रेम से जुड़ी बेसिक जानकारी दी थी। उस आर्टिकल को आपने अच्छा रेस्पॉन्स दिया और आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए RAM (रेम) से जुड़ी बाकी जानकारियां लेकर आये हैं, जैसे – रेम काम कैसे कैसे करता है?, आपको कितने रेम की जरुरत होती है और अगर आपके सिस्टम में रेम काम पड़ जाय तो उसे कैसे बढ़ाया जा सकता है?

तो बने रहे हमारे साथ अंत तक, लेकिन आगे बढ़ने से पहले एक बार फिर से alibabablogs.com पर आप सभी का दिल से स्वागत है। तो आइये पहले RAM (रेम) को अच्छी तरह समझें।

#1. RAM (रेम) का फुल फॉर्म क्या है?

(रेम) RAM का फूल फॉर्म है Random Access Memory. ये तो आप सभी जानते ही होंगे जोकि एक सुपर फास्ट हाई स्पीड स्टोरेज होता है। इसे आप कम्प्यूटर की शॉर्ट टर्म मेमोरी भी कह सकते हैं। इसे कंप्यूटिंग के फंडामेंटल एलिमेंट्स में से एक माना जाता है।

रेम, सुपर फास्ट के साथ-साथ अस्थाई डेटा स्टोरेज स्पेस होता है, जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर प्रेजेंट टाइम में इस्तेमाल हो रहे डेटा को स्टोर करने के लिए करता है। इसका मतलब ये हुआ की जो प्रोग्राम्स लगातार इस्तेमाल होते हैं, कॉमन डेटा को स्टोर करने का काम करता है।

रेम, किसी भी कंप्यूटर की शार्ट-टर्म मेमोरी होती है, जबकि एक कंप्यूटर की हार्ड-डिस्क या SSD इसकी लॉन्ग-टर्म मेमोरी होती है, जहाँ चीजों को स्टोर किया जाता है।

हर कंप्यूटिंग डिवाइस में रेम होता है। चाहे वो एक डेस्कटॉप कंप्यूटर हो जिसमे Windows, macOS या Linux का इस्तेमाल किया जाता हो या एक टैबलेट या स्मार्टफोन या फिर एक स्पेशल पर्पज कंप्यूटिंग डिवाइस हो, जैसे – Smart TV.

लगभग सभी कम्प्यूटरों में लम्बी अवधि के उपयोग के लिए इनफार्मेशन स्टोर करने के लिए हार्ड-डिस्क होता है, लेकिन कार्य करने की प्रक्रिया RAM में ही की जाती है। Hard-Disk Drive HDD, Soled State Drive SSD या Optical Drive जैसे अन्य प्रकार के स्टोरेज के मुकाबले रेम में डेटा लिखना और पढ़ना बहुत तेज होता है।

#2. RAM काम कैसे करता है?

रेम आपको Allow करता है कि आप एक समय में एक साथ कई सारे प्रोग्राम्स अच्छी स्पीड के साथ कर सकते हैं। RAM एक Hard-Disk की तुलना में काफी तेज होता है। ये किसी हार्ड-डिस्क से 20 से 100 गुना तेज हो सकता है। इसकी स्पीड डिपेंड करती है सिस्टम के हार्डवेयर टाइप और टास्क पर। इसकी गति के कारण रेम का उपयोग सूचना को तुरंत प्रोसेस करने के लिए किया जाता है।

जब आप किसी स्पेसिफिक काम को पूरा करना चाहते हैं तो कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम हार्ड-डिस्क से डेटा को रेम में लोड करता है, इसे प्रोसेस करने के लिए। उदहारण के लिए मान लीजिए कि आप एक स्प्रेड शीट पर काम करना चाहते हैं। जब आप एक्सेल शुरू करते हैं तो आपका कंप्यूटर रेम में एप्लीकेशन लोड करता है।

अगर आप पहले से सेव किसी स्प्रेड शीट को लोड करते हैं जो आपकी हार्डडिस्क में स्टोर है तो जब आप उस खोलते हैं, उसे काम करने के लिए तो ऑपरेटिंग सिस्टम उस जानकारी को RAM में भी कॉपी करता है। फिर आप Excel के साथ काम कर सकते हैं। ज्यादतर परिस्थितियों में कंप्यूटर सुपर फास्ट जवाब देता है क्योंकि रेम तेज होती है।

जब आपका स्प्रेड शीट का काम पूरा हो जाता है तो आप एक्सेल में इसे सेव करते हैं, जिसका मतलब है कि डेटा हार्डडिस्क या किसी और लॉन्ग-टर्म मेमोरी में कॉपी हो जाता है, लेकिन अगर आप इसे सहेजना भूल जाते हैं और लाइट चली जाती है या कुछ ऐसा होता है जिससे वो सारा काम Un-Save ही रह जाय तो क्योंकि रेम तो तभी तक उसे सेव रखता है, जबतक फाइल ओपन रहती है।

हालाँकि, MS Office में जिस फाइल में आप काम करते हैं और अगर लाइट जाने से या किसी भी कारण से सिस्टम शट डाउन हो जाय और फाइल Un-Save रह जाय तो जब दुबारा सिस्टम को ऑन किया जाता है तो वो फाइल खुद बा खुद डेस्कटॉप पर खुल जाती है और जब आप एप्लीकेशन को बंद करते हैं तो कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम इसे रेम से निकाल लेता है और डेक को साफ कर देता है ताकि रेम स्पेस फ्री हो जाय, आपके अगले काम के लिए।

जब आप पहली बार अपने कंप्यूटर को चालु करते हैं और किसी भी एप्लीकेशन को लांच करते हैं, जैसे कि Power Point या Spotify तो लोड होने में थोड़ा समय लगता है। हालाँकि, अगर आप किसी प्रोग्राम को बंद करते हैं और फिर उसे पुनः लोड करते हैं तो सॉफ्टवेयर लगभग तुरंत खुल जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि दूसरी बार ऐप्प को हार्डडिस्क की बजाय रेम से लोड किया जाता है जोकि हार्डडिस्क से ज्यादा तेज होता है।

उदाहरण के लिए अगर आप Windows का उपयोग करते हैं तो इसके प्रमुख कार्य जैसे कि आपकी स्क्रीन पर इमेज को डिस्प्ले करने की एबिलिटी, रेम में कॉपी की जाती है क्योंकि OS को उन उपकरणों के लिए सुपर फास्ट एक्सेस की आवश्यकता होती है जो आप हर समय उपयोग करते हैं।

जब किसी एप्लीकेशन को बहुत ज्यादा रेम की जरुरत होती है तो ये अक्सर आपको एक स्टेटस रिपोर्ट देता है। जब कोई गेम या पावरफुल एप्लीकेशन लोड करते हैं तो ये अक्सर होता है। जब आप कोई गेम लांच करते हैं तो आपको एक लोडिंग स्क्रीन दिखाई देती है, जिससे पता चलता है कि सिस्टम गेम लोड हो रहा है।

#3. हमे कितने RAM की जरुरत पड़ती है?

एक कंप्यूटिंग डिवाइस में जितना ज्यादा RAM होता है, वो सिस्टम उतना ही तेज चलता है। अगर आपका डिवाइस पुराना है तो आपको हार्डवेयर को अपग्रेड करना पड़ सकता है। हर ओपन एप्लीकेशन जैसे – Web Browser में टैब्स रेम के स्पेस को यूज करता है।

हाँ, लेकिन आपको ये बात ध्यान रखनी चाहिए कि रेम, स्टोरेज से अलग होता है। अगर आप अपना PC बंद करते हैं तो रेम से सारी जानकारी, सारा डेटा स्टोरेज मतलब कि SSD या HDD पर चली जाती है। तो आपको कितनी RAM की आवश्यकता है? ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह का काम करते हैं?, आप एक ही बार में कितने काम करते हैं?

हम हमेशा चाहते हैं कि हमारा सिस्टम जल्दी रेस्पॉन्स करे। ज्यादातर परिस्थियों में आपको अपने सिस्टम में हार्डडिस्क का स्पेस ज्यादा चाहिए होता है और रेम के लिए बहुत कम स्पेस की जरुरत होती है।

कुछ टाइम पहले तक जब Windows 95 चलता था, तब 8 MB से 32 MB तक के रेम से काम चल जाता था। जबकि, आज के टाइम में जब कंप्यूटर भी और स्मार्ट और अपडेट हो गए हैं, तब एक Web Browser जैसे – Google Chrome या Firefox में अगर एक ही टाइम में 10 से 12 टैब खोलते हैं तो उसमे 2GB से ज्यादा RAM लग जाता है।

जब हु एक कंप्यूटर या मोबाइल या कोई भी इलेक्ट्रॉनिक स्मार्ट डिवाइस खरीदते हैं तो हमे रेम के लिए ऑप्शन मिल जाते हैं, जैसे – 2GB, 4GB, 16GB या इससे भी ज्यादा। आप अपने काम के हिसाब से सापे चुन सकते हैं।

#4. कितने काम के लिए कितने रेम की जरुरत होती है?

4GB RAM

अगर आप केवल वेब ब्राउज करते हैं, ऑफिस के बेसिक ऍप्लिकेशन्स इस्तेमाल करते हैं और कभी-कभी अपनी फोटो को एडिट भी करते हैं तो आपके लिए 4GB RAM काफी है।

8GB RAM

भारी मल्टी टास्कर या लाइट गेमर्स को 8GB वाला कंप्यूटर चुनना चाहिए।

16+GB RAM

कुछ काम बहुत ज्यादा रेम स्पेस का इस्तेमाल करते हैं जैसे कि सीरियस गेमिंग, वीडियो एडिटिंग और प्रोग्रामिंग। इसके अलावा, जो यूजर्स कभी नहीं चाहते कि उनका कंप्यूटर स्लो चले तो उन्हें 16+GB RAM वाले कंप्यूटिंग डिवाइस को खरीदना चाहिए।

#5. अगर रेम कम पड़ जाय तो क्या करें?

जब कंप्यूटिंग कार्य कंप्यूटर पर मेमोरी की वर्तमान मात्रा से ज्यादा हो जाता है तो Operating System ऐसे एप्लीकेशन को जो कम इस्तेमाल किये जाते हैं, उनको Hard-Disk पर भेज देता है। जिससे सिस्टम बहुत स्लो चलने लगता है। फिर जब आप इस एप्लीकेशन या डॉक्यूमेंट का इस्तेमाल करते हैं तो वो ओपन होने में बहुत समय लेता है।

दिक्कतों से बचने के लिए या तो आप अपने RAM का साइज बढ़ा सकते हैं। अपने सिस्टम में दूसरा रेम लगाकर या अक्सर Motherboard में एक्स्ट्रा स्पेस होता है, रेम के लिए। तो उसमे आप एक और रेम फिट कर सकते हैं।

इसके अलावा, अगर आप नियमित रूप से बेकार चीजों को साफ करते हैं तो आपका कंप्यूटर अधिक तेज और बेहतर चल सकता है, लेकिन रेम बढ़ाने का काम सिर्फ कंप्यूटर में हो सकता है।

अगर आप चाहें कि आपके मोबाइल या किसी और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का रेम बढ़े तो ये संभव नहीं। इसके अलावा हार्डडिस्क की कमियों की वजह से भी कंप्यूटर स्लो चल सकता है। इसके लिए आपके सिस्टम का हार्डडिस्क तेज हो, ये चेक कर लें। Hard-Disk SSD होना चाहिए, नाकि HDD क्योंकि SSD, HDD के मुकाबले ज्यादा तेज काम करती है।

#6. रेम कितने प्रकार के होते हैं?

How much memory or RAM should my computer have?

जी..हाँ, आपने सही पढ़ा कि RAM भी कई प्रकार के होते हैं। साइंटिस्ट हमेशा नई-नई खोज करते रहते हैं, जिससे कंप्यूटर हार्डवेयर के इस्तेमाल में एनर्जी कंजम्प्शंस तो कम हो, लेकिन उसकी स्पीड और कैपेसिटी बढ़े।

1,990 के दशक के अंत और 2,000 के दशक की शुरुआत में यूजर्स के पास Static RAM (SRAM), Dynamic RAM (DRAM) या Synchronous Dynamic RAM (SDRAM) होते थे, जिसे वो अपनी पसंद से चुनते थे।

आजकल जो रेम सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है, वो है DDR-RAM. इसके कई सारे वर्जन 20 सालों में लांच हुए हैं, जैसे – DDR2 2,003 में आया, जिसकी स्पीड 8.5GB/s है। DDR3 2,007 में आया, जिसकी स्पीड 17GB/s है। DDR4 2,014 में आया, जिसकी स्पीड 25.6GB/s है और DDR5 सबसे लेटेस्ट है जोकि 2,019 में लांच हुआ और इसकी स्पीड है 32GB/s.

रेम का एक और प्रकार है V RAM, जिसे Video Random Access Memory कहा जाता है। जो आपके Graphics Card पर लगा होता है और इसका इस्तेमाल ग्राफिकल डेटा जैसे – गेम लोड करने के लिए किया जाता है। वीडियो रेम, बाकी दूसरी मेमोरी से भी तेज होती है।

अन्य जानकारी

ROM क्या है?

CMOS क्या है?

BIOS क्या है?

Firmware क्या है?

Virtual Memory क्या है?

#7. निष्कर्ष (Conclusion)

अलीबाबा को उम्मीद है कि आपको इस आर्टिकल के जरिये RAM कैसे काम करता है? इससे जुड़ी सभी महत्त्वपूर्ण जानकारियां मिल गई हैं। मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है कि हमारे आर्टिकल्स के जरिये आपको दिए गए विषय पर पूरी जानकारी प्राप्त हो सके ताकि आपको कहीं और जाना ना पड़े। इस आर्टिकल के बारे में आपकी क्या राय है? ये जानकारी आपको कैसी लगी? कमेंट बॉक्स में लिखकर हमे जरूर बताएं। दोस्तों, अगर आपको जानकारी अच्छी लगी हो तो इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें, शुक्रिया। Google

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