Research Paper Kaise Publish Kare?

रिसर्च स्कॉलर्स के लिए Research Paper Publish करवाना अनिवार्य होता है और ऐसी स्टूडेंट जो टेक्निकल कोर्सेज में फरदर स्टडीज के लिए अप्लाई करना चाहते हैं, उनके लिए भी रिसर्च पेपर्स पब्लिश करवाना उनके एड्मिशन प्रोसेस में हेल्प करता है। ऐसे में अगर आप एक रिसर्च स्कॉलर हैं, तो आपको-अपने सुपरवाइजर से इम्पोर्टेन्ट टिप्स मिल जाती होंगी, लेकिन अगर आप एक स्टूडेंट हैं, तो आज का ये आर्टिकल आपके लिए रिसर्च पेपर पब्लिश करवाने के टास्क में गाइड का काम कर सकता है। इसलिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। तो चलिए शुरू करते हैं।

Research Paper लिखने और Publish करवाने का प्रोसेस क्या है?

स्टेप: 1. अपना एरिया ऑफ़ इंटरेस्ट पहचानिए,

सबसे पहले आपको-अपना एरिया ऑफ इंटरेस्ट फिगर आउट करना होगा और इस दौरान आपको ये पता होना चाहिए कि उस टॉपिक के बेसिक्स के बारे में आप काफी स्टडीज कर चुके हैं यानि उस टॉपिक की आपको अच्छी नॉलेज है। इसके बाद आपको-अपने चूज किये हुए फील्ड में खुद को अपडेट करना होगा। इसके लिए रीडिंग और नेट सर्च भी कर सकते हैं और कॉन्फ्रेंस में जा करके उस टॉपिक पर होने वाली बेस्ट टॉक्स को सुन भी सकते हैं।

स्टेप: 2. पब्लिश हो चुके पेपर्स को पढ़िये,

पहले स्टेप को पूरा कर लेने के बाद आप दूसरे स्टेप्स पर आएंगे, जहाँ पर आपको पहले पब्लिश किये हुए पेपर्स को पढ़ना होगा। इस दौरान सभी इम्पोर्टेन्ट और रेलेवेंट इनफार्मेशन लेने की कोशिश करे क्योंकि पब्लिश पेपर  को पढ़कर आप खुद के पेपर के लिए एक स्ट्रांग बेस तैयार कर पाएंगे। इस प्रोसेस में आप-अपने फेलो रिसर्चर की हेल्प से ये भी पता लगा सकते हैं कि आपकी फील्ड की मोस्ट यूज फुल जनरल्स कौन-कौन से हैं? ताकि आप सही डायरेक्शन में तेजी से स्टार्ट कर पाए।

स्टेप: 3. टर्म्स को समझिए,

जब हमे सही सोर्स और अच्छी इनफार्मेशन मिलने लग जाती है, तब भी ये आसान नहीं होता है कि दूसरों के पब्लिश किये हुए पेपर्स को आसानी से समझा जा सके। इसके लिए आपको बार-बार इन्हे पढ़ना होगा, ताकि आपको ज्यादा जानकारी मिल सके और इसमें इंट्रेस्ट तो आपको बनाकर रखना ही होगा। तभी तो आप Research Paper रीड करते समय आने वाले टफ टर्म्स को समझने की कोशिश भी करना चाहेंगे, जो आपके लिए जरुरी है।

स्टेप: 4. इम्पोर्टेन्ट पॉइंट्स को लिखना शुरू करें,

आप केवल Research Paper को रीड करते रहेंगे, तो सब कुछ याद रख पाना मुमकिन नहीं हो पायेगा। इसीलिए आपने क्या-क्या पढ़ा है? उसे पेपर पर नोट करते जाइये जिनमे इंटरेस्टिंग प्रॉब्लम, पॉसिबल सोल्युशन, रैंडम आइडियाज, रेफरेन्सेस शामिल हो तो ये आपके लिए बहुत ही हेल्पफुल रहेंगे।

स्टेप: 5. अपने Research Paper में इन्हे शामिल कीजिए,

पब्लिश रिसर्च पेपर की स्टडी करके और उनके नोट्स बनाकर आप ये तो जान ही जायेंगे कि आपको रिसर्च पेपर लिखते टाइम किन-किन बातों का ध्यान रखना है और किस तरह से उसे प्रेजेंट करना है? इसके बाद रिसर्च पेपर लिखना शुरू करने से पहले आपको ये भी जान लेना चाहिए कि आपके पेपर में Significance, Originality और Completeness होनी चाहिए और उसमे मिस्टेक्स के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। इन बातों को ध्यान में रख करके ही Research Paper को लिखें।

स्टेप: 6. रिसर्च पेपर में इन पॉइंट्स को शामिल करे,

  • Paper Title
  • Author Information
  • Abstract
  • Keywords
  • Introduction
  • Literature Review
  • Proposed Work
  • Output
  • Conclusion
  • Feature Works & References.

स्टेप: 7. सेक्शन बाई सेक्शन चलिए,

एक साथ पूरा पेपर जल्दी से जल्दी लिखने की रणनीति यहाँ काम नहीं करेगी, बल्कि आपको एक-एक सेक्शन लिखने का गोल बनाना होगा और उसी पर अपना पूरा फोकस रखना होगा। इस तरह हर सेक्शन को सही तरीके से कम्पलीट करते जाने से आप बहुत जल्दी अपना Research Paper परफेक्शन के साथ कम्पलीट कर लेंगे।

स्टेप: 8. प्री रिव्यु जरूर लीजिए,

रिसर्च पेपर तैयार होने के बाद आप-अपने प्रोफेसर्स या अपने साथियों से पेपर का रिव्यु मांग सकते हैं, ताकि पेपर पब्लिश करवाने से पहले आपको उसका सही रिव्यु और फीडबैक मिल सके, जो उसे बेहतर बनाने में आपकी मदद करे। उन रिव्युज को केयर फुल्ली रीड करते रहिये और हर आलोचना को पॉजिटिव सजेशन की तरह लीजिए, ताकि आप पहले से बेहतर परफॉर्म कर सके।

स्टेप: 9. अब रिसर्च पेपर पब्लिश और प्रेजेंट कराने के लिए तैयार रहिये,

रिसर्च पेपर को रिव्युज के अनुसार तैयार कर लेने के बाद बारी आती है उसे प्रेजेंट और पब्लिश करवाने की। इसके लिए आपके पास National Conference, International Conference और General जैसे ऑप्शंस मौजूद होंगे। बिगिनर स्कॉलर्स के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस राइट प्लेस साबित होती है और ये बहुत सी यूनिवर्सिटीज में होती है। इसलिए आप आसानी से यहाँ अप्रोच कर सकेंगे और जब कॉन्फिडेंट फील करने लगेंगे, तब आप इंटरनेशनल कांफ्रेंस का हिस्सा बन सकते हैं जो इंटर मीडिएट स्कॉलर्स के लिए परफेक्ट प्लेस होती है। कॉन्फ्रेंस में रिसर्च पेपर प्रेजेंट करने से आपको-अपने वर्क्स के लिए फीड बैक भी मिलता है और कॉन्फ्रेन्सेस पेपर पब्लिश करने के लिए रैपिड टाइम भी ऑफर करती है।

जहाँ तक जनरल की बात है, तो ये कॉन्फरेन्सेस की तुलना में ज्यादा प्रतिष्ठित माने जाते हैं और कॉन्फरेन्सेस के रस्ते से होते हुए आप यहाँ तक भी आसानी से पहुंच ही जायेंगे। जहाँ आकर आपका रिसर्च पेपर पब्लिश हो जायेगा। इस पूरे प्रोसेस में आपको पेशेंस यानि धैर्य बनाये रखना होगा क्योंकि Research Paper लिखने और उसे Publish कराने के इस प्रोसेस में कड़ी मेहनत, एफ्फोर्ट्स, मिस्टेक्स, रजेक्शन्स और फीडबैक सब कुछ शामिल होता है। इसलिए अपना काम परफेक्शन के साथ करते जाइये और पेशेंस बनाकर रखिये।

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निष्कर्ष (Conclusion)

दोस्तों, Research Paper लिखने और उसे Publish कराने से जुड़ी जरुरी जानकारी अब आपको मिल गई है। इस आर्टिकल की जिन लोगों को जरुरत है या जो लोग इस फील्ड में काम कर रहे हैं, उनके साथ शेयर करना बिलकुल भी ना भूलें। साथ यह जानकारी आपको कैसी लगी? कमेंट सेक्शन में लिखकर हमे जरूर बताये, धन्यवाद। Google

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