ISRO Me Job Kaise Paye?

दोस्तों, आज का हमारा यह आर्टिकल ISRO में Job पाने के ऊपर आधारित है। जब भी पृथ्वी पर किसी तरह की आपदा आती है, जैसे – भूकंप, बाढ़, चक्रवात, सुनामी, मूसलाधार बारिश आदि। आज के समय में इन सभी आपदाओं की जानकारी वैज्ञानिकों को पहले से ही मिल जाती है जिससे लाखों लोगों की जान बचाना संभव हो जाता है, लेकिन पहले यह संभव नहीं था। पहले प्राकृतिक आपदाएं आती थी तो हजारों लोगों की जानें चली जाती थी और सरकार को भी भारी नुकसान उठाना पड़ता था। हमारे देश के वैज्ञानिकों के कारण अब मौसम सम्बन्धी पूर्वानुमान के माध्यम से प्राकृतिक आपदाओं के बारे में जानकारी हम लोगों तक पहुंच पा रही है। क्या आप इस बात को जानते हैं कि वैज्ञानिकों तक यह जानकारी कैसे पहुंचती है?

हर देश का एक रिसर्च संसथान होता है, जहां पर बहुत सारे वैज्ञानिक काम करते हैं और अंतरिक्ष पर मौजूद सैटेलाइट की मदद से धरती पर हो रही गतिविधियों की जानकारी पता करते हैं। भारत में स्तिथि रिसर्च ऑर्गनाइजेशन का नाम इसरो (ISRO) है। इसरो में हजारों कर्मचारी मिलकर देश के लिए काम करते हैं। वर्तमान समय में विज्ञानं से जुड़ी या फिर स्पेस से जुड़ी कोई भी बात होती है, तो ISRO का नाम टीवी और अख़बारों में आने लगता है।

अगर आप भी ISRO में Job करने का सपना देखते हैं, तो आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए ISRO में Job में कैसे पाये? इसरो में नौकरी के पाने के लिए आवेदन कैसे करना है और इसरो में नौकरी पाने के लिए क्या-क्या क्वालिफिकेशन होनी चाहिए? इन सभी की जानकारी देने वाले हैं। इसलिए आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़िये, तो चलिए शुरू करते हैं।

#1. ISRO क्या है?

ISRO का पूरा नाम ‘Indian Space Research Organization’ है, जिसे हिंदी में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन कहा जाता है। इसे भारत सरकार के स्पेस डिपार्टमेंट द्वारा मैनेज किया जाता है और स्पेस में होने वाले प्रत्येक कार्य की रिपोर्ट सीधे भारत के प्रधान मंत्री को पहुंचाई जाती है।

इसरो भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष संसथान है, जिसका मुख्यालय बैंगलोर में है। इसरो की अस्थापना 15 अगस्त 1969 में की गई थी और इसकी अस्थापना मशहूर वैज्ञानिक ‘डा. विक्रम अम्बालाल साराभाई’ के प्रयासों के द्वारा हुई थी। इसी लिए ‘डा. विक्रम अम्बालाल साराभाई’ को भारत में अंतरिक्ष कार्यक्रमों का संस्थापक जनक माना जाता है।

ISRO का मुख्य कार्य भारत के लिए अंतरिक्ष सम्बंधित तकनीकी को उपलब्ध करवाना है। इसरो दुनिया की टॉप 5 सबसे बड़ी अंतरिक्ष एजेंसियों में से एक है और अब तक इसरो अंतरिक्ष में 370 सैटेलाइट भेज चूका है, जिसमे से 101 भारत के लिए और 269 विदेशों के लिए सैटेलाइट भेजे जा चुके हैं। हाल ही में चंद्रयान-2 की सफलता के बाद अब भारत द्वारा अंतरिक्ष में 371 सैटेलाइट भेजे जा चुके हैं।

भारत का पहला सैटेलाइट 19 अप्रैल 1975 को लांच किया था, जिसका नाम गणितज्ञ आर्यभट के नाम पर रखा गया था। इसके बाद रोहिणी एक भारतीय निर्मित लांच व्हीकल SLV3 द्वारा ऑर्बिट में रखा जाने वाला पहला सैटेलाइट 18 जुलाई, 1980 लो लांच किया गया। इसी तरह से ISRO ने ऐसी कई सारी उपलब्धियां हांसिल की है, जिस कारण इसरो दुनिया की सबसे बेहतरीन स्पेस एजेंसियों में से एक माना जाता है।

इसरो ने दूर संचार, टेलीविज़न टेलीकॉस्ट, मौसम विज्ञानं और आपदा चेतावनी के लिए भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह अर्थात Indian National Satellite in Set प्रणाली और पृथवी के संसाधन निगरानी और प्रबंधन के लिए भारतीय रिमोट सेंसिंग अर्थात इंजन रिमोट सेंसिंग (IRS Satellite) सहित कई प्रणालियों को शुभारम्भ किया है।

ISRO साल 2021 में अंतरिक्ष यात्रियों को ऑर्बिट में लाने की योजना बना रहा है। इसरो का सबसे इम्पोर्टेन्ट मिशन यह है कि वह अंतरिक्ष विज्ञान की मदद से कुछ कुछ ऐसे ग्रहों की खोज करना चाहते हैं जोकि हमारी धरती के विकास और जीवन को नया रूप प्रदान कर सके। इससे आप अनुमान लगा सकते हैं कि भारत अंतरिक्ष कार्यक्रमों में कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है। ऐसे में ISRO में Job करना हमारे लिए कितने गर्व की बात हो सकती है। 

#2. ISRO में Job के लिए आवेदन कैसे करें?

 इसरो दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे सफल अंतरिक्ष एजेंसियों में से एक हैं, साथ ही यह विज्ञान विषय से जुड़े युवाओं के लिए नौकरी के नए-नए अवसर भी प्रदान करता है। ISRO समय-समय पर आवश्यकताओं के अनुसार कर्मचारिओं की भर्ती करता है। यदि आप भी अंतरिक्ष के रहस्यों के साथ भविष्य के निर्माण में रूचि रखते हैं या भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों का हिस्सा बनना चाहते हैं तो इसरो में आपको अपना सपना पूरा करने का अवसर जरूर मिलेगा।

इसरो युवाओं के लिए चुनौती पूर्ण अवसर उपलब्ध करवाता है, जहां युवाओं को इनोवेटिव टेक्नोलॉजी का विकास करने तथा अंतरिक्ष की खोज के लिए आवश्यक उन्नत तकनीकी की स्थापना करने में शामिल होने का अवसर प्रदान किया जाता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें इसरो में दसवीं, बारहवीं, ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, इंजीनियर, साइंटिस्ट आदि सभी कैंडिडेट नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसरो कैंडिडेट्स को स्पेस साइंटिस्ट और इंजीनियर के लिए ही नियुक्त करती है।

यंग ग्रेजुएट को आमतौर पर इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, सिविल, कंप्यूटर विज्ञान जैसे आदि क्षेत्रों में वैज्ञानिक को इंजीनियर के रूप में भर्ती किया जाता है। अगर आप भी ISRO में Job करना चाहते हैं तो आपको इसकी ऑफिसियल वेबसाइट www.isro.gov.in पर जा कर अप्लाई करना होगा।

इसके लिए आपको ऑफिसियल वेबसाइट पर विजिट करने के बाद इसके होम पेज पर करियर स्टेप के ऊपर क्लिक करना है और अपनी क्वालिफिकेशन के आधार पर अपने मन चाहे पद पर आवेदन करना है और सारी डिटेल को भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करना है। इसके बाद आपके द्वारा भेजी गई डिटेल के हिसाब से कैंडिडेट्स को शार्ट लिस्ट किया जायेगा और उन्हें रिटेन एग्जाम के लिए बुलाया जायेगा। रिटेन एग्जाम में सफल हुए कैंडिडेट को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है और इस तरह से इसरो अपने यहां कार्य करने के लिए कैंडिडेट्स को नियुक्त करता है। 

#3. ISRO में Job पाने के लिए क्या क्वालिफिकेशन होनी चाहिए?

इसरो में साइंटिस्ट और इंजीनियर पद पर जॉब करने के लिए बी.ई, बी.टेक, बी.एस.सी , आईटीआई, डिप्लोमा, एम.एस.सी, एम. फिल, पीएचडी आदि में से किसी भी एक में डिग्री होनी चाहिए। जिन कैंडिडेट ने सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर साइंस जैसे फील्ड में कोर्स किया है, वो ही आवेदन कर सकते हैं। कैंडिडेट के पास कम से कम 65 % करियर मार्क्स होने चाहिए। साथ ही जनरल केटेगरी के उम्मीदवारों की उम्र है 35 वर्ष और SC, ST के उम्मीदवारों की उम्र में 5 साल की छूट दी जाती है।

अगर आप बारहवीं करने के बाद इसरो से जुड़ने की सोच रहे हैं तो उसके लिए सबसे पहले आपको इंजीनियरिंग की डिग्री हांसिल करनी होगी। इसके लिए आपके बारहवीं क्लास के मैथ्स, फिजिक्स जैसे सब्जेक्ट होने चाहिए। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद अंतरिक्ष एजेंसी में शामिल होने के लिए आपको ISRO Centralized Recruitment Board (ICRB) में परीक्षा देकर सफलता हासिल करनी होगी। इसके अलावा, आप इसरो में सीधी भर्ती के लिए बारहवीं क्लास के बाद Indian Institute of Space Science and Technology (IIST), तिरुवनंतपुरम में एडमिशन ले सकते हैं।

इस इंस्टिट्यूट में एड्मिशन लेने के लिए कैंडिडेट्स को IIT, JEE का एग्जाम देना जरुरी होता है और इसमें अच्छी रैंक के आधार पर ही आपको IIST में एडमिशन मिल सकता है। IIST में एडमिशन कब और कैसे लेना है? इसकी पूरी इनफार्मेशन आपको इसकी ऑफिसियल वेबसाइट www.iist.ac.in पर मिल जाएगी।

IIST में आपको किसी भी डिग्री के कोर्स में 75 % अंक रखना जरुरी होता है, उसके बाद ही इसरो के पास जो वैकेंसी होती है, उसमे आपको भर्ती दे दी जाती है। अगर आपने 12th के बाद किसी अन्य इंस्टिट्यूट से ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है जैसे कि IIT और NIT, तब भी आप ISRO में Job के लिए अप्लाई कर सकते हैं। ऐसे कैंडिडेट्स के लिए ISRO, ICRB Exam कराता है जिसमे कामयाबी हासिल करने के बाद इसरो इंटरव्यू लेकर कैंडिडेट का चुनाव करता है। इस एग्जाम का नोटिफिकेशन इसरो के ऑफिसियल वेबसाइट www.isro.gov.in पर आता है। 

#4. इसरो में जॉब पाने के बाद सैलरी और अन्य सुविधाएँ क्या मिलती हैं?

इसरो में अलग-अलग पदों के हिसाब से वेतन दिया जाता है और इसकी शुरुआती सैलरी होती है 15,600 रूपये से लेकर 39,100 रुपये प्रतिमाह मिलती है। अगर इसरो में साइंटिस्ट और इंजीनियर की बात की जाये तो उन्हें प्रति माह 50,000 हजार या उससे ज्यादा सैलरी मिलती है। सैलरी के अतिरिक्त क्रमचारियों को आवास और यातायात की भी सुविधा दी जाती है, साथ ही मेडिकल की सुविधा क्रमचारी और उसके फैमली मेंबर को भी दी जाती है।

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#5. निष्कर्ष (Conclusion)

अलीबाबा को उम्मीद है कि आपको इस आर्टिकल के जरिये ISRO में Job पाने का तरीका पता चल गया है। अगर आपने साइंस सब्जेक्ट से अपनी पढ़ाई पूरी की है और अंतरिक्ष विभाग से जुड़कर कुछ करना चाहते हैं तो आप ISRO में Job के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस आर्टिकल के बारे में आपका क्या कहना है? कमेंट सेक्शन में लिखकर हमे जरूर बताएं। जानकारी अच्छी लगी हो, तो इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें, शुक्रिया। Google

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